वैसे तो हिन्दू धर्म में बहुत सारी धार्मिक पुस्तके है और उनका प्रत्येक के अलग अलग फायदे और चमत्कार है। उनमे से ही एक पुस्तक है सुन्दरकाण्ड जो की रामचरितमानस का एक भाग है। आपको बता दे तुलसीदास द्वारा रचित रामचरित मानस को 5 काण्ड में बांटा गया है। उनमे से ही एक है सूंदर कांड जो की रामभक्त महाबली हनुमान के कार्यो को समर्पित है। इस लेख में सुंदरकाण्ड पाठ के चमत्कारी फायदे (Sunder Kand ke Chamatkari Fayde) के बारे में बतायेगे।
सुंदरकाण्ड पाठ के चमत्कारी फायदे
हिन्दू धर्म के कई लोग प्रत्येक शनिवार और मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर सूंदर कांड का पाठ करते है। सुन्दरकाण्ड पाठ करने के बहुत सारे फायदे होते है। लोग हनुमान जी को प्रशन्न करने करने के लिए सुन्दरकाण्ड का पथ के रूप में रामभक्त महाबली हनुमान जी का यशोगान करते है। जिससे भक्त निम्न फायदे होते है।
- जैसा की हिन्दू धर्म में मान्यता है सुन्दरकाण्ड का पाठ सभी मनोकामनाओ को पूर्ण करने वाला माना गया है। किसी भी प्रकार की दैवीय परेशानी से मुक्ति प्राप्त करने के लिए भी सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाता है।
- सुन्दरकाण्ड के पाठ से भूत , पिशाच , यमराज , शनि , राहु , केतु ग्रह आदि का भय दूर हो जाता है।
- सुन्दरकाण्ड का पाठ भक्त को विषम परिस्थितियों से मुक्त कराने वाला और भविष्य में संकट का निवारण करने वाला होता है।
- सुन्दरकाण्ड के पाठ से व्यक्ति में अलौकिक ऊर्जा का उत्पादन होता है। जो उसे सही और सफलता के मार्ग की ओर अग्रसर करती है।
- नियमित सुन्दरकाण्ड का पाठ करने वाले व्यक्ति को संसार की सभी खुशियाँ मिलती है। विषम परिस्थितियों से लड़ने का साहस मिलता है।
- तुलसीदास के अनुसार सुन्दरकाण्ड का पाठ हनुमान जी को प्रशन्न करने का अमोघ और रामबाण उपाय है।
- सुन्दरकाण्ड का पथ व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास जागृत करता है। जिससे वो निडर व्यक्तित्व वाला और सतकर्म के रस्ते पर सफलता अर्जित करता है।
- नियमित सुन्दरकाण्ड के पाठ से गृह कलेश , पितृदोष , प्रेतदोष आदि से मुक्ति मिलती है और जीवन समृद्ध बनता है।
- नियमित सुन्दरकाण्ड का पाठ करने वाला व्यक्ति हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है।
- सुन्दरकाण्ड का पाठ करने वाले व्यक्ति के होने वाली संतान भाग्यशाली और बुद्धिमान होता है।
यहाँ आपको सुन्दरकाण्ड पाठ के 10 चमत्कारी लाभ बताये है। लेकिन आपको बता दूँ की सुन्दरकाण्ड का पाठ आपको जीवन में सब कुछ दिलाने की क्षमता रखता है। इसलिए रोज सम्भव न हो पाए तो सप्ताह में तो 1 बार अवश्य ही सुन्दरकाण्ड का पाठ करना चाहिए।
एक टिप्पणी भेजें